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- Lễ hoàn công Trường tiểu học Shree
पिछले साल 25 अप्रैल को 7।8 की तीव्रता वाले भूकंप ने नेपाल की राजधानी काठमांडू को हिला दिया था, और भूकंप के झटकों से कई भूस्खलन हुए थे। एक बड़ा नुकसान हुआ था; 8,900 लोग मारे गए थे, 6 लाख घर ढह गए थे और 54 लाख लोग पीड़ित हुए थे(31 अक्टूबर 2015 में पेश की गई मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की रिर्पाट के अनुसार)। अब लगभग एक साल बीत चुका है और पूरे संसार के चर्च ऑफ गॉड के सदस्यों की प्रार्थनाओं की शक्ति और अंतरराष्ट्रीय समाज की सहायता के जरिए नेपाल को फिर से बसाने की कोशिश चल रही है।
भूकंप के बाद अगले ही दिन से काठमांडू में चर्च ऑफ गॉड के सभी सदस्यों ने एकजुट होकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए। बारिश का मौसम शुरू होने से पहले करीब 100 दिनों तक 15,000 सदस्यों ने 710 जगहों में स्वेच्छा से दिन रात काम किया। केवल काठमांडू में ही नहीं, बल्कि चीन की सीमा–रेखा पर स्थित सिन्धुपाल्चोक(Sindhupalchok), ऊंचे हिमालय में स्थित धादिंग के एक पिछड़े गांव सेर्तुंग(Sertung) और तीपलिंग(Tipling) तक उन्होंने आवश्यक वस्तुओं का दान, चिकित्सा सेवा, पुनर्निर्माण का कार्य, स्वच्छता कार्यक्रम इत्यादि जैसे विविध स्वयंसेवा कार्य किए। नेपाल के उपनगरीय क्षेत्रों के चर्चों ने भी राहत सामग्रियों एवं मरम्मत उपकरणों से लदे ट्रकों को काठमांडू में भिजवा दिया। कोरिया के प्रधान कार्यालय से भेजी गई सामग्रियों सहित कुल 1,000 टेंट, 1,000 मीटर की हीटिंग चटाइयां, चावलों की 800 बोरियां, नूडल के पैकटों के 700 डिब्बे, पानी की बोतलों के 500 डिब्बे, 5,400 किलो दाल, 1,000 किलो नमक और 10 लाख नेपाली रुपये(लगभग 7 लाख भारतीय रुपये) भूकंप पीड़ितों को दान दिए।
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सिन्धुपाल्चोक काठमांडू से गाड़ी से तीन घंटे की दूरी पर उत्तर–पूर्व में स्थित है और वह भूकंप से सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त हुए इलाकों में गिना जाता है। सदस्यों ने प्राथमिक स्कूल के उन बच्चों के लिए जिन्होंने भूकंप के कारण अपनी कक्षाओं को खो दिया था, माता के मन के साथ “मादर्स स्कूल(Mother’s School)” नामक एक स्थानीय प्राथमिक स्कूल के नवनिर्माण परियोजना का संचालन किया। भूकंप से अधिकांश स्कूलों की इमारतें ध्वस्त हो गई थीं, इसलिए छात्र–छात्राएं टेंट, या बांस या जस्ती लोहे की चादरों से निर्मित की गई अस्थायी जगहों में पढ़ाई कर रहे थे। उस समय नेपाल के भविष्य के लिए स्कूल की मजबूत इमारतों के निर्माण की तत्काल आवश्यकता थी।
प्रथम स्कूल सिन्धुपाल्चोक के चौतारा नगरपालिका में श्री प्राथमिक स्कूल था। सदस्यों ने छात्र–छात्राओं को स्टेशनरी सामग्रियों का दान दिया और पसीने बहाते हुए नई इमारत का निर्माण करने की कोशिश में जुट गए। पिछले साल अगस्त से यह निर्माण का कार्य शुरू किया गया। कोरिया से आए कालेज के छात्र सदस्य और काठमांडू के पुरुष वयस्क सदस्य और युवा सदस्य एकजुट हुए। उन्होंने ढही हुई इमारतों के मलबों के ढेर को हटा लिया और नींव खोद दी और विशेषज्ञों के उपकरणों और उनकी मदद से चार कक्षाओं वाले स्कूल का निर्माण पूरा किया।
2 मार्च को लगभग 1 बजे स्कूल के नवनिर्माण कार्य का समापन समारोह श्री प्राथमिक स्कूल में आयोजित किया गया, जिसमें चर्च ऑफ गॉड के पुरोहित कर्मचारी, चर्च के सदस्य, श्री प्राथमिक स्कूल के शिक्षक और सभी छात्र–छात्राएं, सिन्धुपाल्चोक जिले के शिक्षा अधिकारी, सांसद, निवासी इत्यादि करीब 250 लोगों ने भाग लिया। उस दिन स्कूल की 23वीं वर्षगांठ भी थी। समारोह में शिक्षक और छात्र–छात्राएं यह कहते हुए अपनी खुशी को छिपा नहीं पाए कि, “स्कूल की 23वीं वर्षगांठ के अवसर पर हमारे स्कूल ने नई शुरुआत की है।”
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- Các thánh đồ sinh viên Hàn Quốc và Nepal xây dựng cơ sở trường tiểu học Shree đã bị sụp do động đất.
रिबन कटाई की रस्म, नई इमारत का अवलोकन, प्रोत्साहक भाषण और बधाई देने हेतु प्रदर्शन के क्रमों में समारोह संचालित किया गया। स्थानीय प्रतिष्ठित लोगों ने नई कुर्सियां, मेजें, ब्लैकबोर्ड इत्यादि स्कूल उपकरणों से अच्छी तरह सुसज्जित कक्षाओं को देखा और सराहना में कहा, “यह बहुत अच्छा है कि इस स्कूल की इमारत बहुत टिकाऊ है जहां छात्र पढ़ाई जारी रख सकते हैं।” कांग्रेसी सांसद यज्ञा प्रसाद दंगल(Yagya Prasad Dangal) ने अपने बधाई भाषण में कहा, “कोरिया से आए चर्च ऑफ गॉड के सदस्यों ने यह सुंदर इमारत को स्थापित किया है। हमारे बच्चे ऐसी बढ़िया जगह में पढ़ सकते हैं। आपका बहुत बहुत धन्यवाद!” सिन्धुपाल्चोक जिले के शिक्षा अधिकारी रूद्र हरी भंडारी(Rudra Hari Bhandari) ने कई बार अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा, “यहां की स्थिति बहुत ही कठिन थी। लेकिन इससे पहले कि कोई संगठन या नेपाली सरकार आकर काम करती, चर्च ऑफ गॉड इस आपदाग्रस्त क्षेत्र में आया और स्कूल का निर्माण किया। छात्रों और उनके परिवार वालों को समर्थन और प्रेम देने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। हम बहुत ही खुश हैं।”
इस समारोह की बधाई देने के लिए सदस्यों ने “परमेश्वर आपको आशीष दें” नया गीत गाया, और इसके जवाब में श्री प्राथमिक स्कूल के छात्रों ने एक लोक नृत्य को पेश किया। जब चर्च ऑफ गॉड ने स्कूल को एक दान की पटिया दी, तब सिन्धुपाल्चोक जिले के शिक्षा कार्यालय ने चर्च को प्रशंसा–पत्र दिया, और श्री प्राथमिक स्कूल ने चर्च को प्रशंसा–पदक दिया। पुरोहित कर्मचारी और सदस्यों ने एलोहीम परमेश्वर को धन्यवाद और महिमा दी और आशा की कि ये छात्र–छात्राएं नई कक्षाओं में मेहनत से पढ़ाई करें और अपने भविष्य के लिए सपनों को साकार करें।
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